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So it was august,the month after july, जब पहली दफा

So it was august,the month after july,
जब पहली दफा मैंने तुझसे नज़रे मिलाई,
था मौसम बरसात का,भीगे थे दोनों के बदन,
टीस उठी सीने मे,दिल मे थी एक चुभन,
Suddenly i felt some connection,
और एक पल मे ही जुड़ गया तुझसे मेरा मन।
शायद that was love at first sight,
And i kept thinking about you that night.
फिर सोचा कि अब नहीं बनना फिरसे आशिक़,
तुझे भूल जाना ही होगा अब वाज़िब।।


फिर आया 27 November,the day i was born,
Suddenly display shows your follow request,
और दिल पे बजने लगे फिर horn.
You wished me and that felt so special,
My brain stopped working as i was some mental.
और फिर होने लगी शुरू दिन भर अपनी बातें,
पता ही नहीं चला कब हुआ दिन और कब खत्म रातें,
टूटी थी तू भी बिल्कुल मेरी तरह टुकड़ो मे,
और दोनों को ही डराया करती बीती यादें।।


काफी हुई अब indirect बात,अब बात सीधा तुझसे,
बिखरी तू भी है,टूटा मैं भी हूँ ,आ लग जा गले आके मुझसे।।
मेरी सांसों को तेरी ज़रूरत,जैसे बादल को बारिश,
अपना ले अब मुझको,यूं ना कर अब आज़माइश।
बने तेरा इश्क़ मेरी रूह,ये तेरी दूरी मुझे तोड़ती है क्यों?
तू मेरा नसीब तो क्यों नही मेरे साथ,पास आने से रोकती है क्यों?
दबा लेता हूँ जीभ दांतो मे,पर मुझे भी तुझे जान बोलना है,
नज़रें उठा दे कोई तेरी और तो मेरा खून खौलना है,
बहुत रो ली तू,अब सीने से लगा के मैंने तेरे आँशुओं को पोछना है।। 
And these are the only things that i can relate,
I need you in my life,and thats the end of debate. #untitled
So it was august,the month after july,
जब पहली दफा मैंने तुझसे नज़रे मिलाई,
था मौसम बरसात का,भीगे थे दोनों के बदन,
टीस उठी सीने मे,दिल मे थी एक चुभन,
Suddenly i felt some connection,
और एक पल मे ही जुड़ गया तुझसे मेरा मन।
शायद that was love at first sight,
And i kept thinking about you that night.
फिर सोचा कि अब नहीं बनना फिरसे आशिक़,
तुझे भूल जाना ही होगा अब वाज़िब।।


फिर आया 27 November,the day i was born,
Suddenly display shows your follow request,
और दिल पे बजने लगे फिर horn.
You wished me and that felt so special,
My brain stopped working as i was some mental.
और फिर होने लगी शुरू दिन भर अपनी बातें,
पता ही नहीं चला कब हुआ दिन और कब खत्म रातें,
टूटी थी तू भी बिल्कुल मेरी तरह टुकड़ो मे,
और दोनों को ही डराया करती बीती यादें।।


काफी हुई अब indirect बात,अब बात सीधा तुझसे,
बिखरी तू भी है,टूटा मैं भी हूँ ,आ लग जा गले आके मुझसे।।
मेरी सांसों को तेरी ज़रूरत,जैसे बादल को बारिश,
अपना ले अब मुझको,यूं ना कर अब आज़माइश।
बने तेरा इश्क़ मेरी रूह,ये तेरी दूरी मुझे तोड़ती है क्यों?
तू मेरा नसीब तो क्यों नही मेरे साथ,पास आने से रोकती है क्यों?
दबा लेता हूँ जीभ दांतो मे,पर मुझे भी तुझे जान बोलना है,
नज़रें उठा दे कोई तेरी और तो मेरा खून खौलना है,
बहुत रो ली तू,अब सीने से लगा के मैंने तेरे आँशुओं को पोछना है।। 
And these are the only things that i can relate,
I need you in my life,and thats the end of debate. #untitled
abhioli5920

Abhi Oli

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