आधा खाट आधा सिरहाना आधी रात ख़्वाब भी आधे फ़िर आधे अंग से गुजर के जाना भीषण त्रासदी है शोर मे काप जाओगे मौन मे कहना सिर्फ़ एक शब्द "स्त्री " ©चाँदनी #Chhavi