Nojoto: Largest Storytelling Platform

मनहरण घनाक्षरी गुरुदेव का हूँ प्यारा , प्रखर नाम

मनहरण घनाक्षरी

गुरुदेव का हूँ प्यारा , प्रखर नाम है हमारा ,
शरण में उनकी ही , सीख रहें ज्ञान हैं ।

आनंद समूह नाम , वहीं उनका है धाम ।
चरण रज उनकी , चन्दन समान है ।

नाम सोम दत्त शर्मा  , शुभ उनका नाम है ,
ग़ज़ल सवैया सब , दिलाते सम्मान है ।

छन्दों के हैं महारथी , कर्म से हैं भागीरथी ,
माता शारदें से उन्हें , मिला वरदान है ।। १

आनंद समूह साथी  , जैसे दिया और बाती ,
रहे सब एक साथ , ऐसा परिवार है ।

समीक्षक सभी वहाँ ,  गुणी और विद्वान है ,
बड़े छोटो को सभी ,  देते सब प्यार है  ।

मान सम्मान में सब , वहाँ सब समान है ,
प्रेम ही सबके लिए , वहाँ उपहार है ।

मदन औ नरेश जी , मननीय राकेश जी ,
दीदी आशा कहती है , प्यारा ये संसार है ।। २

०६/०४/२०२३      -      महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मनहरण घनाक्षरी

गुरुदेव का हूँ प्यारा , प्रखर नाम है हमारा ,
शरण में उनकी ही , सीख रहें ज्ञान हैं ।

आनंद समूह नाम , वहीं उनका है धाम ।
चरण रज उनकी , चन्दन समान है ।
मनहरण घनाक्षरी

गुरुदेव का हूँ प्यारा , प्रखर नाम है हमारा ,
शरण में उनकी ही , सीख रहें ज्ञान हैं ।

आनंद समूह नाम , वहीं उनका है धाम ।
चरण रज उनकी , चन्दन समान है ।

नाम सोम दत्त शर्मा  , शुभ उनका नाम है ,
ग़ज़ल सवैया सब , दिलाते सम्मान है ।

छन्दों के हैं महारथी , कर्म से हैं भागीरथी ,
माता शारदें से उन्हें , मिला वरदान है ।। १

आनंद समूह साथी  , जैसे दिया और बाती ,
रहे सब एक साथ , ऐसा परिवार है ।

समीक्षक सभी वहाँ ,  गुणी और विद्वान है ,
बड़े छोटो को सभी ,  देते सब प्यार है  ।

मान सम्मान में सब , वहाँ सब समान है ,
प्रेम ही सबके लिए , वहाँ उपहार है ।

मदन औ नरेश जी , मननीय राकेश जी ,
दीदी आशा कहती है , प्यारा ये संसार है ।। २

०६/०४/२०२३      -      महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR मनहरण घनाक्षरी

गुरुदेव का हूँ प्यारा , प्रखर नाम है हमारा ,
शरण में उनकी ही , सीख रहें ज्ञान हैं ।

आनंद समूह नाम , वहीं उनका है धाम ।
चरण रज उनकी , चन्दन समान है ।

मनहरण घनाक्षरी गुरुदेव का हूँ प्यारा , प्रखर नाम है हमारा , शरण में उनकी ही , सीख रहें ज्ञान हैं । आनंद समूह नाम , वहीं उनका है धाम । चरण रज उनकी , चन्दन समान है । #कविता