आंखों से बहता दरिया है मेरे पास फिर भी दिल की जमीन बंजर ही रही हमने तो चाहा तुझे बेइंतेहान तेरे दिल में हमेशा नफरत ही रही ©Shivam Choudhary दिल की बंजर जमीन #banjar