सज़ा-ए-इश्क़ में दिल जलने दिया जाये जैसी भी चले ज़िंदगी चलने दिया जाये गिर गिर के सम्भल जायेगा कमबख्त एक दिन बहरहाल इसे आग में पकने दिया जाये ©अज्ञात #Dil