कुछ गलतियां नादानी में होती हैं, कुछ इंसान जानबूझकर करता है। कमियां खुद में चाहे कितनी भी हो, पर उन्हें भूल दूसरों की कमी निकालता है। खुद को सर्वोपरि मान, दूसरों पर धाक जमाता है, भूल जाता है वक्त सभी का आता है। जो आज सबल है , वह कल निर्मल भी हो जाता है , ईश्वर की इस दुनिया में सब समान है । फर्क बस इतना... कोई समझ जाता है, कोई नादान रह जाता है। ✍🏼deepti😊 #shadesoflife Roshani Thakur ..SShikha..