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# "दशमुख रावण मन लिए, भले ही हुई | English Poetry

"दशमुख रावण मन लिए,
भले ही हुई मन पर हावी बुराई है,
पर जीत न सकी बुराई कभी,
जीत अच्छाई ने ही पाई है।

बहुत बड़ा ज्ञानी होकर भी,
रावण ने अपने ही मुँह की खाई है,
अभिमान न करना कभी दोस्तों,
anjalisinghal5635

Anjali Singhal

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"दशमुख रावण मन लिए, भले ही हुई मन पर हावी बुराई है, पर जीत न सकी बुराई कभी, जीत अच्छाई ने ही पाई है। बहुत बड़ा ज्ञानी होकर भी, रावण ने अपने ही मुँह की खाई है, अभिमान न करना कभी दोस्तों, #Poetry #AnjaliSinghal

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