White तन्हा राहों में हमको चलना है फिर हुई शाम घर निकलना है दर-ब-दर की तलाश हारे हैं वक़्त गुजरा कभी क्या मिलना है ज़ख्म भर जायेंगे कभी न कभी दर्द फिलहाल दिल को सहना है ये नसीबों का खेल सारा है कभी मिलना कभी बिछड़ना है इश्क़ वालों के हाल क्या कहिये पल में जीना है पल में मरना है ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #ख्वाहिश