कहां है वो बाबा जो सीधे देवी-दोवताओं से बात करते है, कहां है वो कथावाचक जो हर कथा में देश की बात करते है, कहां है वो मंदिर के ट्रस्टी जिनके पास जनता के करोड़ों रुपए है,अब जब देश कोरोना की वज़ह से महामारी से जूझ रहा है तो क्यों न बाबा उन देवी-देवताओं से बात करके कोरोना का हल पूंछ ले या फिर पाखंड करना बंद करे,कथा वाचक और मंदिर के ट्रस्टी जिनके पास अकूत संपदा है वो अपना धन गरीब की सेवा में लगाएं,जो दान-दक्षिणा की सलाह आप लोगों को देते है अब वक़्त अा गया है कि आप भी उसका पालन करें।। #Manish Kumar Savita #पाखंड