तुम्हें भूलने की दुआ कर रहा हूँ मैं खुद से ही देखो दगा कर रहा हूँ वही दे रहा हूँ जो मुझ को मिला है मैं कर नफ़रतें क्या बुरा कर रहा हूँ नकल कर के औरों की लगने लगा है मैं देसी घी को डालडा कर रहा हूँ तजुर्बे सिखा देंगे सारे तरीके अभी इश्क बस तीसरा कर रहा हूँ बचा जाए सूली से कब और कैसे मैं जल्लाद से मशवरा कर रहा हूँ बाकी ग़ज़ल caption में****** #cinemagraph अकेले को अक्सर डराती है दुनिया मैं खुद को ही अब काफिला कर रहा हूँ किताबों को छू लूँ तो लगता है ऐसे कि जैसे कोई मैं नशा कर रहा हूँ