Nature Quotes इंसान नही भगवान है, माँ बेजान से वृक्ष की जान है, माँ उजाड़ धरा को ख़ियाबां बनाया है जिसने उस धरा की फ़क़त एक पहचान है, माँ गुमनाम सी होकर इस भंवर में धरा में एक अमूल्य उपहार है, माँ इस कड़वे जहाँ की एक मिठी जुबाँ है माँ ©Bhupendra Rawat #NatureQuotes इंसान नही भगवान है, माँ बेजान से वृक्ष की जान है, माँ उजाड़ धरा को ख़ियाबां बनाया है जिसने उस धरा की फ़क़त एक पहचान है, माँ गुमनाम सी होकर इस भंवर में धरा में एक अमूल्य उपहार है, माँ