यदि आप किसी को बेहतर जिंदगी नहीं दे सकते हैं। तो आपको किसी की जिंदगी बदतर करने का हक भी नहीं है। जो इंसान अपनी कमाई से दूसरे परिवार का भरण पोषण नहीं कर सकता। उसे दूसरों से बिना पैसा दिये मजदूरी कराने का हक भी नहीं है। मौलिक अधिकार संविधान ने एक समान दिया है। शक्तिशाली अधिकार का हनन कर फायदा उठा लेता है कमजोर हनन सहकर हानि उठा लेता है। ©suman singh rajpoot #sumansinghrajpoot