आज के इंसान की बुद्धि ना जाने कहाँ खो गई है, इनकी फितरत एकदम पागलों जैसी हो गई है, पता नहीं क्यों गुस्सा कहीं का उतारा कहीं जा रहा है, शादी किसी और की सजाया कोई और जा रहा है इस भाग दौड़ मे लोग अपना सुध बुध खो रहे हैं, किसी और का बोझ ना जाने क्यों खुद ढो रहे हैं । अक्सर हमारे साथ होता है कि ग़ुस्सा कहीं का होता है उतर कहीं जाता है। #ग़ुस्सा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi