पहले जो बातें रुला दिया करते थे, वो अब सता भी नही पाते, हाँ परेशाँ जरूर करते हैं पर परेशानी जता भी नही पाते। वो गुज़रे हुए लम्हें थे जो मुस्कान ले जाते थे, पर अब मेरी मुस्कान घटा भी नहीं पाते। वो भी क्या दिन थे जब मन मे तो बहोत कुछ था, पर बयाँ नहीं कर पाते थे। अब भी क्या दिन है, जब मन की बातें सभा में बयाँ करता हूँ, और लोग वाह वाह कर के तालियाँ भी बजा देते। #thoughts #yqdidi #dilkibaat #badedinobaad #mankibaat #khudkesath