नजरो का वार कुछ ऐसा था कि दिल आप पर आना ही था ना जाने वो कौन सा पल था जब आप से रूबरू करवाया था खुदा ने बंदगी हर दम आप से मिलने की और आप से बाते करने की ही होती है। नज़रों का वार।