तेरी कैद से मैं यूँ ही रिहा नहीं हो रहा, ए ज़िंदगी तेरा हक अदा नहीं हो रहा🙏 मेरा किसी से गिला ही फ़िज़ूल है, अगर तेरी रहमतों से मैं हरा नहीं हो रहा🙇 तेरे चलते तेरा शुक्रिया भी अदा ना कर रहा, ए ज़िंदगी क्या ये गलत नहीं हो रहा 🖤🖤🖤 ©Soni #ए_ज़िंदगी