माता-पिता ने जन्म दिया, जिनसे हमें उत्तम संस्कार मिला, गुरु की महिमा से जीवन में आदर्श विचार, व्यवहार मिला। गुरु का दर्जा भगवान सा है, कृपा हेतु हृदय में आस चाहिए, गुरु की महिमा जरुर मिलेगी, मन में श्रद्धा विश्वास चाहिए। गुरु पिता, गुरु अभिभावक, गुरु ही सर्वश्रेष्ठ कहलाते हैं, इसलिए तो जग में गोविन्द से पहले गुरु ही पूजे जाते हैं। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार...📖 💫आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को गुरू पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं..🙏🙏 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-27 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 4-6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा। 💫 प्रतियोगिता ¥27:- गुरु की महिमा