Nojoto: Largest Storytelling Platform

White खुद ही बनाया और बिगाड़ा तकदीरों को मैं मानत

White खुद ही बनाया और बिगाड़ा तकदीरों को
मैं मानता नहीं हाथ की लकीरों को।

महलों में रहें या कभी हों बेघर
फर्क पडता है कब फकीरों को।

कर्म अपने का फल मियाँ भोगो
कोसते क्यों हो भला तकदीरों को।

दुख गरीबों को ही बस नहीं होते
खुशियाँ मिलती नहीं सब अमीरों को।

©Deepbodhi #Thinking  shayari attitude love shayari shayari sad 2 line love shayari in english zindagi sad shayari
White खुद ही बनाया और बिगाड़ा तकदीरों को
मैं मानता नहीं हाथ की लकीरों को।

महलों में रहें या कभी हों बेघर
फर्क पडता है कब फकीरों को।

कर्म अपने का फल मियाँ भोगो
कोसते क्यों हो भला तकदीरों को।

दुख गरीबों को ही बस नहीं होते
खुशियाँ मिलती नहीं सब अमीरों को।

©Deepbodhi #Thinking  shayari attitude love shayari shayari sad 2 line love shayari in english zindagi sad shayari
deepbodhi4920

Deepbodhi

Growing Creator
streak icon4