प्यार के इजहार का कोई इल्म ना था और में चल पड़ी उन्हें मेरे आखें पढ़ाने मेरे आशुओं के जो परत आ गए थे पर उनके क्या औकात जो आए थे मेरे उमड़ते जज्बातों को ढकने। #yqhindi#आसुं#yqbaba#yqqyoutes