कान्हा का जन्मोत्सव मनाते भादो अष्टमी रूप सलोना कृष्ण कन्हैया माखनचोर भावे सबके मन को रूप यह सुंदर हम सब बचपन से मानते आए अपने घर मंदिर को प्यार से खूब सजाएं लगे जैसे मथुरा वृंदावन को घर पर लाए कान्हा की मूर्ति करते स्थापित माखन मिश्री दही हांडी और साथ पंजीरी भोग संग ढोलक तबला मजीरा रात तक हम सब जगते मंगलगीत खूब गाते सब बच्चे बड़े बूढ़े मिलजुल खुशी से नाचते ठीक बारह बजे रात में हम पूजा करते जन्म की खुशी मना भोग लगाते दही हांडी तोड़ बच्चे सब खुशी में नाचे गाएं ऐसे ही आज तक जन्माष्टमी मानते आए हर बार की तरह इस बार भी मना रहे कभी कोई ना मांगी अपने लिए मुरादे ना की कभी इच्छा जाहिर पर इस बार प्रभु से एक ही चाह सुख समृद्धि प्यार हो चारों ओर ना कहीं भी अत्याचार।। “आप सभी को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं” ♥️ Challenge-676 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ आप सभी को कोरा काग़ज़ परिवार की ओर से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ। भगवान श्रीकृष्ण आपकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करें। ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।