शीर्षक - अब तुझपे किसने किया है सितम -------------------------------------------------------------------- अब तुझपे किसने किया है सितम। आँसू हैं क्यों अब तेरी आँखों में।। हम तो अलग तुमसे हो गये। क्यों नहीं खुशी अब तेरी आँखों में।। अब तुझपे किसने ---------------------।। आई नहीं थी तुम्हें तो पसंद। मोहब्बत हमारी, बस्ती हमारी।। अब तो तुम हो राजा की रानी। क्यों नहीं सुकून अब तेरी आँखों में।। अब तुझपे किसने---------------------।। कमत्तर तुम्हें तो लगती थी कल। किस्मत हमारी, हस्ती हमारी।। अब तो नहीं तुझको कोई कमी। क्या शेष ख्वाब है अब तेरी आँखों में।। अब तुझपे किसने--------------------।। फैली है रोशनी तेरे हर तरफ। महके हैं फूल तेरे बाग में।। बहुत फिक्र है तेरी तेरे सनम को। क्या गम है अब तेरी आँखों में।। अब तुझपे किसने-----------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #गीतकार