मीलों दूर होकर भी, तू यूँ महसूस होती है मुझे, किरणें छूती हैं धरा को, मानो ऐसे छूती है मुझे। ये एहसास है तेरा,प्यार है तेरा, जैसे तू यहीं है, कि हर डगर, मेरी हर नजर,बस ढूंढतीं है तुझे। ©Diwan G #us #माहर_हिंदीशायर #दूर #महसूस #किरण #धरा #एहसास