नजर लड़ा लूं साकी आज, आंखें लेंगे कल चूम। मन की करूं शैर आज, दिल मचाएगी कल धूम।। """"""""""""""'''''''""""""" प्रमोद मालाकार की कलम से 24.08.1979 """"""""""""" ©pramod malakar प्यार पवित्र होना चाहिए। #Love