कभी लगता है कि तोड़ दूं इन ख्वाबों को, कभी लगता है कि छोड़ दूं इस जज़्बे को.. ना जज़्बों में कोई ख्वाब है, ना ख्वाबों में कोई जज्ब़ा है.. मत पिला और मुझे साकी, अभी दिमाग में, पिछली रात की मयकशी का कब्ज़ा है.। #msj #drink #drunktext #yqquotes #yqhindi #yqhindiurdu