Nojoto: Largest Storytelling Platform

क्यूँ भटक रहा है मन , एक सुकून की तलाश में, मृग म

क्यूँ भटक रहा है मन , एक सुकून की तलाश में,
मृग  मरीचिका  के जैसे ,  इन अनदेखी प्यास में,

क्यूँ ढूँढता है  ख़ुदा को  ,मन्दिर और शिवालो में,
क्या  रहता   है  वो खुदा , बन्द   सात   तालो में,

क्यूँ  खोजते  हो  उसको , महलों और मीनारों में,
वो तो रहता है लिपटा  ,दुखी दिल की दीवारों से,

नर में ही रहता है  नारायण ,किसी मंदिर में नही,
वो   मिलेगा   मन   के   सोते में ,समन्दर में नही,

तेरा  नेक   मन    ही   तो,    उस ख़ुदा का घर है,
तेरे  सद्व्यवहार  की  चौखट ही तो उसका दर है,

मत् ढूंढ उस ख़ुदा को ,दुनिया के सुख आराम में,
वो हर रहीम में  मिलेगा , मिलेगा हर एक राम में,

रहता है वो ख़ुदा तो नेक  बन्दों  की पाक रूहों में,
है  उसका  ठिकाना  तो ,   निश्छल  से मासूमो में।।

-पूनम आत्रेय

©poonam atrey
  #ख़ुदा_का_घर  भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन खामोशी और दस्तक Sethi Ji R K Mishra " सूर्य " Utkrisht Kalakaari  "ARSH"ارشد Sita Prasad अदनासा- Vikas Sharma " Sagar " Reema Mittal   अब्र (Abr) Kirti Pandey पथिक Rakesh Srivastava Anil Ray  Bhavana kmishra Meharban Singh Josan Sunita Pathania narendra bhakuni  Hardik Mahajan वंदना .... Payal Das Puja Udeshi सचिन सारस्वत  Mili Saha Anshu writer Shilpi Singh Rahil Mehra Ranjit Kumar  Rajesh Arora GRHC~TECH~TRICKS शीतल चौधरी Lalit Saxena Saloni Khanna  Poonam Suyal Praveen Jain "पल्लव" काव्यार्पण Raj Guru हिमांशु Kulshreshtha  Ashutosh Mishra  @gyanendra pandey