टूटा यकीन कैसे अब दिल के तार जोड़ें , या तो यकीन में या दिल में दरार छोड़ें !! मुश्किल से बनाया था शीशे का आशियाना, आयी दरार कब तक घर बार बार तोड़ें !! ©Sanjeev Shukla 221 2122 221 2122