वो है मेरा यार वक़्त बदला लोग बदले बदला लोगो का व्यवहार,मगर इस वक़्त के साथ जो ना बदला वो है मेरा यार। होता हूँ जब मुश्किल मे वो निकलता मुझे मुश्किल से हर बार,दुःख के समुद्र से निकालकर जो खड़ा कर देता मुझे खुशियों के तट पर हर बार वो है मेरा यार। लड़ता हूँ जब मै दुनिया से बन जाता वो मेरी तलवार,मुश्किल हो वक़्त कितना भी वो लाता मुस्कुराहट मेरे चेहरे पर हर बार मुश्किल वक़्त मे जो हँसा दे मुझे वो है मेरा यार। कभी कभी हो जाती हम दोनों के बीच तकरार थोड़ी देर गुस्सा होने के बाद आता मुझको मनाने हर बार,अपनी भोली शकल दिखाकर जो मना लेता मुझको हर बार वो है मेरा यार।। ( रचियता -निखिल सिंह) ©Nikhil Singh best friends #Dosti