Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम किसे समझाये रहे आपन दुःख किसे बताए रहे कौन समझ

तुम किसे समझाये रहे
आपन दुःख किसे बताए रहे
कौन समझेगा?
वो  जो सुन रहा...
अरे  वो खुद उलझा हैं
कुछ पल ठहर 
फिर वो आपन सुनाएगा
तुमपे उसका दुख भारी पड़ जायेगा
"दुनिया मे कितना गम हैं ,मेरा गम कितना कम है "फिर गाएगा
हम किसे बताए  रहे ये सोच शौक मनाएगा
ये चेहरे ही हंसी बाह्यरूपी दिखावा हैं
किसी को टटोलोगे तो पता चलेगा
वो अंदर से जख़्मी, घायल- दुःख से भरा प्याला हैं
जो  बह्यरूपी रंग काला है
जो खुद को नज़र आता पर ओरो को नही।

©Arun kr. #udas 

#udas
तुम किसे समझाये रहे
आपन दुःख किसे बताए रहे
कौन समझेगा?
वो  जो सुन रहा...
अरे  वो खुद उलझा हैं
कुछ पल ठहर 
फिर वो आपन सुनाएगा
तुमपे उसका दुख भारी पड़ जायेगा
"दुनिया मे कितना गम हैं ,मेरा गम कितना कम है "फिर गाएगा
हम किसे बताए  रहे ये सोच शौक मनाएगा
ये चेहरे ही हंसी बाह्यरूपी दिखावा हैं
किसी को टटोलोगे तो पता चलेगा
वो अंदर से जख़्मी, घायल- दुःख से भरा प्याला हैं
जो  बह्यरूपी रंग काला है
जो खुद को नज़र आता पर ओरो को नही।

©Arun kr. #udas 

#udas
arunkr8291535920797

Arun kr.

New Creator