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जैसे सुबह का सूरज बादलों से था घिरा, उसके अपनों का

जैसे सुबह का सूरज बादलों से था घिरा,
उसके अपनों का साथ था उसे
या कैद में था वो..

©piyush mishra
  #Poetry #Shayari 
#Morning #Thoughts 
फूल शाख से टूटकर आ गिरा 
जैसे सुबह का सूरज बादलों से था घिरा,
उसके अपनों का साथ था उसे
या कैद में था वो..
#nojohindi #Nojoto

Poetry Shayari #Morning Thoughts फूल शाख से टूटकर आ गिरा जैसे सुबह का सूरज बादलों से था घिरा, उसके अपनों का साथ था उसे या कैद में था वो.. #nojohindi Nojoto #शायरी

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