इस दिखावटी दुनियासे जो सिर्फ अपना मतलब निकालना जानती है, मन भर गया है इसमे बस्ते इन दिखावटी लोगोंसे जो भावनाओं का भी मोल लगाना जानते हैं! Continued in caption below... मन भर गया है- धरम के ठेकेदारों से, धरम का चोला ओड़े "निर्मल ज्ञान" बांटते किरदारों से, मन भर गया है- "गीता-कुरान"से,"बाइबल"से, "ग्रंथ-साहिब"से जिनके मार्गदर्शन रहते हुए भी होती हैं हर रोज "हिंसा-कत्लेआम",