Revenge गज़ल हमने जब भी तेरा मेरा किस्सा लिखा, तुझे हमेशा अपना सिर्फ अपना लिखा| न जाने क्यों हम तेरी कहानी से अलग हुए, कहा तो तूने भी था के तुने मुझे अपना लिखा| दिया था तोहफा वस्ल का उसने मुझे कभी, यही बात छोड़ कर उसने सब दर्द अपना लिखा| काटी है हमने भी हिज्र की वो लम्बी रातें, तुने क्यों कहानी में सिर्फ जिक्र अपना लिखा| हिज्र-separation वस्ल- Meeting,Get together #Nojotohindi #ghazal #revenge #Khayaleazim #Love #meeting #separation