अरे कशो कश में भाई एक-दो कश हो जाए कभी देशी पीता नही में एक-दो रम हो जाए जब देख लिया भाई अपनों का दोगला पन अब प्यार करो इतना कि अपना रब हो जाए ©DANVEER SINGH DUNIYA शेर की दहाड़