आज से पहले बुधवा नहीं मरा ना तब जब उसकी फ़सल सूखी ना तब जब उसपे लाखों का कर्ज चढ़ा ना तब जब उसकी घरवाली कुएँ में कूदी मुन्नी बबलू चिंटू के संग कभी ना लौटी ना तब जब खुद वो पीपल की छाँव में बैठा पूरी रात मातम मनाता रहा ना तब जब उसके यार रिश्तेदार भी उसके कर्जों के मोहताज़ रहे ना तब जब वो एक रोज़ पीपल से लटक गया अपने ही पजामे के नाड़े को फांसी का फंदा बना लिया आज से पहले बुधवा नहीं मरा क्योंकि आज से पहले उसकी मौत तमाशा नहीं बनी ना दिल्ली को ख़बर हुई ना हुकूमत को सुध हुई आज से पहले उसकी मौत कभी वायरल ना हुई #आजसेपहले #आज #YQdidi #किसान #मराठवाड़ा #विदर्भ #कर्ज #सूखा #आत्महत्या #suicide Picked phrase from Anuup Kamal Agrawal ji's lekhni. "Aaj se pahle"