खुश हूँ मैं (अनुशीर्षक में पढ़ें ) खुश हूं मैं एक उम्मीद बार-बार आकर अपने टुकड़े तलाश करती है नहीं होती ये हताश कभी भी खुद से मायूसी में भी अपना वजूद तलाश करती है