कुछ लोग मेरा देश जलाने में लगे है। कुछ लोगों ने सेकी है यहां रोटियाँ अपनी। आओ न कोई काम अभी ऐसा करे हम। बेख़ौफ़ वतन में रहे फिर बेटियाँ अपनी। आशू रतलाम