#Aansu खुलुसे मुहब्बत और वफा की जो ये निशानी है,के मेरे घर की फिजा आज भी सुहानी है//१
मेरे मिजाज में अब तक जो ये रवानी है,ये मेरी नेकियों का सिला और मुझपे वालीदेंन की दुवाए मेहरबानी है//२
किसी के ज़ख्म हरे,
किसी के है,ये सुर्ख,हरेक अफ़राद की ये अलहदा कहानी है//३
मैं जानती हुं जालिमों के जोम का अंजाम,ये जबर मैने,बेबसों की बेचारगी से छानी है//५ #writersofindia#nojotohindi#poetsofindia#NojotoFilm#poetrycorner#nojotocreator#shamawritesBebaak