कुछ तो हो रहा है जो फ़िज़ाओं में अँगड़ायी है, महक़ इन ग़ुलाबों ने यहाँ यूँ ही नहीं फैलायी है, यारों की महफ़िल, बारिश, बिजलियाँ भी शामिल, जश्न की हुई है तैयारी, फिर वो तारीख़ आयी है। #shayari #happybirthday #monsoon #rain