ज़रूरी तो नहीं हर किस्से को बयां करूँ, ये ज़रूरी तो नहीं, तुम नाराज़ हो तो मैं भी नाराज़ हूँ, ये भी तो ज़रूरी नहीं, इन ना ज़रूरी, ज़रूरी किस्सों के बीच, मैं तुमसे प्यार ना करूँ ये ज़रूरी तो नहीं, रात के बाद दिन हो, और दिन के बाद रात, इसमें क्या गलत है, पर रात में मैं तुम्हे सोने दूँ, और दिन में जगाऊँ, ये भी तो ज़रूरी नहीं, तुम्हारा हर वक़्त मेरा हो, और मेरा तुम्हारा, ये ज़रूरी नहीं, बारिश में मैं भीगूं और तुम दूर खड़े रहो, ये भी तो ज़रूरी नहीं, मैं प्यार होठों से करूँ और तुम नज़रों से, ये ज़रूरी तो नहीं, शाम ढले और मैं तुमसे मिलूं, ये भी तो ज़रूरी नहीं, हर किस्से को मैं तुम्हारा नाम दूँ, ये तो ज़रूरी नहीं, ज़रूरी है तो बस इतना की तुम मेरे लिए, और मैं तुम्हारे लिए ज़रूरी हैं की नहीं. Raj Rawat 6/9/17 #hqdidi #love #romance #youandi