जब दगा गहरा गया, तो दोस्ती को तोड़ना पड़ा! जब बैर गहरा गया, तो प्यार को मोड़ना पड़ा! जब संदेह गहरा गया, तो समझाना छोड़ना पड़ा! जब अंधेरा गहरा गया, तो रोशनी को सोचना पड़ा! जब कचरा गहरा गया, तो सफाई को खोजना पड़ा। जब मोटापा गहरा गया, तो सेहत को दोड़ना पड़ा! #दगा #गहरा #ananddadhich #poetanand #life #cheat #misunderstanding #confusion