ये लोग क्या तुझे जानना चाहते है या सिर्फ तुझे पाना चाहते है रिश्तों की दीवार के उस पर का सुन मैं और मेरा इश्क़ तुझे बुलाना चाहते है सिर्फ तू ही तो नही जिससे इश्क़ है मुझे हम तेरे आहटों से भी रिश्ता निभाना चाहते है ये लोग तुझ पर हक़ की दे रहे दलील इन्हें बस एक क़तरा इश्क़ दिखाना चाहते है मेरे होठों पर तेरी उंगलियां है मेरे महबूब हम तो सबको अपना रिश्ता बताना चाहते है चाहते है कि मर जाए जब अपना रिश्ता मरे हा तो अब हम मर जाना चाहते है ©क्षत्रियंकेश आहट!