आने दो दुश्मन को, घाव बड़ा हम देंगे। आंख दिखाने दो,हम देख लेंगे। कायर है वो सीमा पर चुपके से लडता है। जब जब हुंकारे है हम,तब तब वो मरता है। खंजर जो चलाये हैं उसने, वो उसका चेहरा याद दिलायेंगे। बढ़ते रहो रफ्तार में आगे, बस यही कदम आत्मनिर्भर बनायेंगे। आने दो शत्रु को विदेशी उत्पाद लेकर, बहिष्कार हम करके दिखायेंगे। हम भी है अपनी सेना के साथ, कंधे से कंधा हम मिलायेगे। स्वदेशी उत्पादअपनाएंगे, आत्मनिर्भर भारत बनाएंगे .......... आत्मनिर्भर आनन्द आत्मनिर्भर ऐप जल्द आ रहा है। www.aatmanirbharbano.com #स्वदेशी #स्वदेशी_अपनाओ #स्वदेशी_उत्पाद_का