अब तो गम भी मेरे मुस्कुराने लगे है.. ज़िक्र तेरा सुनते ही , लफ्ज़ मेरे लड़खड़ाने लगे है.. जो कलम में डूबे कभी, अब अकेले ही गुनगुनाने लगे है.. वो जो रुसवा हुऐ थे ज़िन्दगी से कभी, वो जो शिकवा हुऐ थे खुद ही से कभी, वो जो ख्वाहिशों से लाचार हुए थे कभी, अब वो मन्नतों में भी ख़्वाब सजाने लगे है.. जो कलम में डूबे थे कभी, अब अकेले ही गुनगुनाने लगे है.. #Nojoto #Love #Hindi #Poetry #Lafaz #Nazam #Writer #EkTarfaPyar