जिन्दगी भी कितनी बेज़ार सी है, मुश्किलें भी इसमें हज़ार सी हैं। जीना तो हमको यारों ने सिखाया है, यारों से ही जिन्दगी गुलज़ार सी है। रवि एस. सिंह "चंचल" #अपनी यारी सबसे प्यारी