हनुमान,,माता अंजनी से पूछें माते शिव कठोरता पर शब्दों में प्रकाश डालिए माता,, शिव अपनी जटाओं में भगीरथी समाएं बैठीं हनुमान,, भगीरथी साक्षात गंगा हुईं शीतल निर्मल जल की धारा माता,, शिव की कठोरता इसका संबंध भी व्याख्या से हो हनुमान,, वियोग कैसा वियोग,, माता शिव शक्ती तत्व में हैं जो एक दूसरे के पूरक जाने वाले जब शिव शक्ति को स्वयं में देखें तब वियोग उत्पन्न हो भागीरथी जटाओं में विकराल रूप धारण करके शिव को महाकाल स्वरूप देतीं इसलिए शिव कठोर है जय श्री महाकाल ©Shree Shayar श्री