ज़िंदगी तू किसी ख्वाब की तरह। आंखों में रहकर शबाब की तरह। मैं बूंद - बूंद पी रहा हूं तुझे। लगती मुझको तू शराब की तरह। ©मनीष कुमार पाटीदार #BEACH_SIDE