Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम मेरी आंखों का काजल, घर बजती शहनाई हो। धवल चांद

तुम मेरी आंखों का काजल,
घर बजती शहनाई हो।
धवल चांदनी तुम अंबर की,
सागर की गहराई हो।

तुम मेरी आंखों का काजल, घर बजती शहनाई हो। धवल चांदनी तुम अंबर की, सागर की गहराई हो।

1,384 Views