Nojoto: Largest Storytelling Platform

अपना एक कीमती कमल गवांकर, सैंकड़ों गुलाब पायें मैं

अपना एक कीमती कमल गवांकर,
सैंकड़ों गुलाब पायें मैंने,
चाहत आज भी उसी कमल की रही,
अब तुम ही बताओ..
फिर सैंकड़ों पाये गुलाब अब मेरे किस काम के हैं..?

©Abhishek Kumar 2710
  #पुरानी_याद