तूँ जो हो पास तो इत्र सा महकने लगता हूँ मैं, तेरी बातों में है जरूर कोई मध्यम सा नशा बात करता हूँ तो बहकने सा लगता हूँ मैं। #स्वरचित © #शून्य #इश्क़ #नशा #बहकने_लगता_हूँ #इत्र #मैं #बात मध्यम = धीमा या हल्का