अपने गुनाह जब अपने सामने आते हैं अच्छे अच्छों के भी पसीने छूट जाते हैं कोई ग़ुमाँ न करे अपनी बेगुनाही का दरअसल हम अपने गुनाह भूल जाते हैं ©अज्ञात #walkalone