तुम रुठती हो मै हर रोज मानाता हु कभि आपनी तो कभि तेरी कि कसम खाता हु साथ बिताय हर पल कि याद दिलाता हु तुम नहि मनो गि तो मै य जाहा छोड. के जाता हु मै ए जाहा छोड. के जाता हु